रोशनी की त्योहार दीपावली वर्षा ऋतु की समाप्ति के बाद आती है। वातावरण को, घर को, आसपास के जगहों कि सफाई इस पर्व की प्रमुख परंपरा है।
आइए जानें कैसे दीपावली जुड़ी है आस्था से
दीपावली माता लक्ष्मी की अवतार का दिन है, तो धन्वंतरि वैद के प्रगट होने का दिन। पांडवों को वनवास से लौटने का दिन, तो भगवान श्री राम, लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने का दिन है।
इतना ही नहीं नरकासुर वध के बाद देवताओं के खुशी मनाने का दिन। स्वर्ण मंदिर शिलान्यास का दिन और उज्जैन के राजा विक्रमादित्य के राज तिलक का दिन। इतने घटनाओं को समेटी दीपावली अब चंद दिनों में आने वाली है।
करोना काल की काली छाया के बीच सनातनी दीपोत्सव के रंग में रंगने लगे। साफ सफाई, रंगाई-पुताई का काम शुरू हो गये हैं। इस महाउत्सव के संबंध में हमें जानकारी चाहिए कि दीपावली जैसे पवित्र दिन हम क्या काम करें और क्या काम न करें ? जानें विस्तार से।
इस दिवाली क्या करें या क्या ना करें
झाडू का कैसे करें उपयोग दीपावली के दिन झाडूू की खरीददारी अवश्य करें। अपने घरों की सफाई नई झाडू से करें। जब झाड़ू का काम न हो तो उसे छिपाकर रखना चाहिए। दीवाली के दिन किसी मंदिर में झाड़ू का दान करें। दीपावली की रात झाडू को घर की छत पर खुले में नहीं रखें। इससे चोरी की आशंका बढ़ती है। वैसे भी झाडू को छत पर नहीं रखना चाहिए। यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी या भगवान विष्णु का मंदिर हो तो वहां सुगंधित अगरबत्ती का दान करें।
घर की औरतों का सम्मान करें : घर की गृहलक्ष्मी यानी पत्नी सहित सभी स्त्रियों को सम्मान दें और अपशब्द कहकर उनके मन को दुुःख न पहुंचाएं। दीपावली के दिन भूलकर भी अपनी पत्नी या किसी अन्य स्त्री के साथ सहवास न करें। ही मन में किसी प्रकार की कोई काम-भावना या दुर्भावना आने दें। मां, बेेटी, भगिनी, पोती, नतनी और बहनों को भी दीपावली के दिन बुरा भला और कड़वी बातें नहीं कहनी चाहिए। महिला को लक्ष्मी की रूप मानी जाती हैं। ऐसा करने से धन-दौलत का नुकसान होता है। इसलिए दीपावली के दिन औरतों को हर तरह से खुश रखें और उनकी सभी जायज़ मांगों को पूरी करनी चाहिए।
दीपावली को दिल खोलकर दान करो : दीपावली की शाम में लक्ष्मी पूजन से पहले सूर्यास्त के समय किसी बाहरी व्यक्ति को कुछ भी नहीं देना चाहिए। इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि दीपावली के दिन कोई भीखारी भिक्षा मांगने आए तो उसे खाली हाथ न जाने दें। कुछ न कुछ दान में जरूर दें।
किसी प्रकार के नशा ना करें दीपावली के दिन : आजकल नशे का प्रचलन बड़ी तेजी फैल रहा है। बहुत से लोग अब दीपावली के दिन भी नशा करने लगे है, जो कि बिल्कुल ही अनुचित और अधर्मी ही नहीं घोर पाप के समान है। जो लोग ऐसा करते हैं। वैसेेेे लोग सदा दरिद्र ही बने रहते हैं और उनके घरों में दुख दर्द का प्रवेश हो जाता है। इससे घर की पवित्रता नष्ट हो जाती है। गृह कलेश बढ़ जाता है। नशे वाले घरों में स्त्रियां सदा दुखी रहती है। कई स्थानों पर दीपावली की रात्रि जुआ खेलने की प्रचलन है। जुआ खेलने के बारे मेंं लोग कोई भी तर्क दें, लेकिन अगर आप माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि अपने घर में बनाए रखना चाहते हैं तो जुुआ न खेेल दीपावली के दिन भूलकर भी।
दीपावली के दिन लड़ाई झगड़े से बचें और ना करें किसी पर गुस्सा इस दिन किसी से भी लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। कुछ लोग होते हैं जो झगड़ालु स्वभाव के होते हैं और कुछ लोगों की बात-बात पर बहस या गुस्सा करने की आदत होती है। अत: किसी भी प्रकार की बहस या गुस्सा न करें। इस दिन तेज आवाज में चिल्लाना भी नहीं चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। बड़ों का आदर और सम्मान करें। जिस घर में शांति रहती है वहीं लक्ष्मी रहती है।
साफ सफाई पर रखें विशेष ध्यान: वैसे तो सभी लोग इस दिन घरों की साफ-सफाई करते हैं। लेकिन घर के कुछ सदस्य ऐसे होते हैं जो इधर उधर गंदगी फैलाते रहते हैं। वे साफ सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं। इस दिन घर में इत्र का भी छिड़काव करना चाहिए जिससे घर में किसी भी प्रकार की बदबू न आएं। घर के अगर कोई सदस्य ढंग से स्नान नहीं करता हैं। और न ही कपड़े साफ सुथरा पहनता है। दीपावली के दिन साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखते पर घर में लक्ष्मी की निवास होती है।
तंत्र मंत्र विद्या से दूर रहें दीपावली के दिन
तंत्र-मंत्र और साधना से दीपावली के दिन रहे दूर : दीपावली का दिन महालक्ष्मी का प्रसन्न करने के दिन होता है। इस दिन अमावस्या होने के कारण कुछ लोग इस दिन महाघोर कर्म करते हैं जिसे तांत्रिक कर्म भी कहते हैं। लक्ष्मी प्राप्ति के लिए कुछ लोग उल्लू का उपयोग करते हैं, कुछ लोग तांत्रिक किस्म के टोने टोटके करते हैं तो कुछ लोग तांत्रिक यज्ञ या हवन करते हैं जो कि अनुचित है। कोल या वाम संप्रदाय से संबंधित इस तरह के कर्म करने से लक्ष्मी हमेशा हमेशा के लिए रूठ कर चली जाती है। अत: शुद्ध और सात्विक पूजा और भक्ति का ही सहारा लें।
दीपावली के दिन रखें स्वच्छता का ध्यान
दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए बिना स्नान किए फूल न तोड़ें, ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे रूष्ट हो सकती हैं अत: स्नान करने के पश्चात स्वच्छ धुले वस्त्र पहनकर ही फूल-पत्ती तोड़ें। दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में ताजे फूलों का प्रयोग करें, मां बासी फूल या घर में रखे खुदा ना फूल महालक्ष्मी पर ना चढ़ाएं।
बड़े बुजुर्गों का करें सम्मान
दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना जरूरी होता है अत: इस दिन जाने-अनजाने में भी किसी भी बड़े बुजुर्ग का अपमान न करें।
रात्रि जागरण कर पाएं धन और वैभव
पौराणिक मान्यता है कि दीपावली की रात घर में मां लक्ष्मीजी का आगमन होता है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोगों को दीपावली की रात सोना नहीं चाहिए बल्कि रात्रि जागरण करते हुए मां लक्ष्मी की कीर्तन और भजन करनी चाहिए। लक्ष्मी चालीसा, लक्ष्मी मंत्र, लक्ष्मी सूक्त आदि का पाठ एवं जप करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
समान भाव से दे उपहार
दीपावली पर उपहार देने-लेने का चलन जोरों पर है। इस दिन किसी को भी उपहार देते समय भेदभाव न रख, समानता रखें। अगर आप किसी भी व्यक्ति को उपहार देते हैं, तो मन में निर्मल भाव नहीं रखेंगे तो मां लक्ष्मी आपसे खफा हो जाएंगी और आप मां लक्ष्मी के दंड से बच नहीं पाएंगे।