26 नवंबर से बजेंगे शहनाई, जानें लग्न की पूरी जानकारी

लंबे इंतजार के बाद 26 नवंबर से एक बार फिर शादी की धूम रहेगी। वैसे नवंबर माह में 26 29 और 30 को लग्न है। दिसंबर में 7 दिन अर्थात 12, 6, 7, 8, 9 और 11 को शादी का लग्न है। इस वर्ष के अंत में सिर्फ 10 दिन शादी का लग्न है। आइए विस्तार से जाने की शादी के दिन किस समय सिंदूर दान करने का उचित मुहूर्त रहेगा।
26 नवंबर के दिन जाने शुभ और अशुभ लग्न
26 नवंबर को शुरू होने वाले शादी के लग्न बड़ा ही व्यापक है। इस दिन कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि जो संपूर्ण रात रहेगी। सिद्धि योग, रितु हेमंत और इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा मीन राशि में रहेगा। हर माता-पिता की इच्छा होती है कि उसके संतान की शादी शुभ मुहूर्त में हो। लोगों का हक भी बनता है कि शुभ मुहूर्त कब है और उसी दौरान लड़की का सिंदूरदान करना उचित और धर्म सम्मत रहेगा। आइए विस्तार से जाने कि कौन-कौन समय में कौन-कौन से शुभ मुहूर्त और चौघड़िए लग्न है। इस दौरान ही शादी का विधि संपन्न करना उचित रहेगा।
भारतीय संस्कृति में खासकर पूर्वोत्तर राज्यों में रात के समय शादी का रस्म पूरा किया जाता है। वैसे देश के बहुत से राज्यों में दिन के समय भी शादी होती है। इसलिए हमें दिन और रात दोनों समय का शुभ मुहूर्त पर ध्यान देना होगा।
इस समय करें शादी का शुभ का कार्य
26 नवंबर को सुबह 9:27 से लेकर 10:50 तक चर मुहूर्त रहेगा। उसी प्रकार सुबह 10:50 से दोपहर 12:12 तक लाभ मुहूर्त, 12:12 से लेकर 1:35 तक अमृत मुहूर्त और 2:57 से लेकर 4:20 तक शुभ मुहूर्त रहेगा। इस दौरान वैवाहिक अनुष्ठान करना उचित रहेगा।
रात का शुभ मुहूर्त
26 नवंबर को शाम 7:20 से लेकर 8:57 तक लाभ मुहूर्त रहेगा। उसी प्रकार 10:35 से लेकर रात 1:00 बज के 54 मिनट तक शुभ मुहूर्त, 1:54 से लेकर 3:32 तक अमृत मुहूर्त और 3:32 से लेकर सुबह के 5:11 तक चर मुहूर्त रहेगा। इस दौरान शादी करना काफी शुभ रहेगा।
इस दौरान वैवाहिक अनुष्ठान करने से बचें
सुबह के समय
सुबह 6:00 बज कर 43 मिनट से लेकर 8:05 तक रोग मुहूर्त, 8:05 से लेकर 9:27 तक उद्धेग मुहूर्त, 1:00 बज के 35 मिनट से दोपहर 2:57 तक काल मुहूर्त और शाम 4:20 से लेकर 5:42 तक रोग मुहूर रहेगा। इस दौरान धार्मिक अनुष्ठान और वैवाहिक कार्यक्रम करने से लोगों को बचना चाहिए।
रात के समय
शाम 5:41 से लेकर 7:00 बज के 19 मिनट तक रोग मुहूर्त, उसी प्रकार 7:19 से लेकर 8:58 तक काल मुहूर्त और रात 10:36 से लेकर 12:15 तक उद्धेग मुहूर्त रहेगा। इस दौरान भी वैवाहिक कार्यक्रम में ब्रेक लगाकर रखना ही हितकर रहेगा।

29 नवंबर की शादी का शुभ मुहूर्त
29 नवंबर दिन रविवार को कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि को सूर्य दक्षिणायन दिशा में स्थित रहेंगे। कृतिका नक्षत्र रहेगा। हेमंत ऋतु होगा। इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे। रविवार के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:55 से लेकर दोपहर 12:37 तक रहेगा।
जाने सुबह का शुभ मुहूर्त
29 नवंबर दिन रविवार को सुबह 8:12 से लेकर 9:33 तक चार मुहूर्त रहेगा। इसके बाद 9:33 से लेकर 10:54 तक लाभ मुहूर्त और 10:54 से 12:16 तक अमृत मुहूर्त रहेगा। शुभ मुहूर्त दिन के 1:37 से लेकर दोपहर के 2:58 तक रहेगा। इस दौरान शादी की रस्में पूरी करने चाहिए। अभिजीत मुहूर्त दिन के 11:55 से लेकर दोपहर के 12:37 तक रहेगा।

रात का शुभ मुहूर्त
29 नवंबर को देर रात तक, शुभ मुहूर्त का संयोग बना रहेगा। शाम से शुरू होने वाले मुहूर्तों में सबसे पहले शुभ मुहूर्त का आगमन होगा। शाम  5:41 से शुरू होगा रात 7:00 बज के 19 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा। उसी प्रकार 7:19 से लेकर रात 8:58 तक अमृत मुहूर्त,  चर मुहूर्त रात 8:58 से लेकर रात 10:37 तक, लाभ मुहूर्त रात 1:54 से लेकर देर रात 3:33 तक और एक बार फिर से शुभ मुहूर्त का आगमन सुबह 5:52 से लेकर 6:52 तक रहेगा। इस दौरान शादी का कार्यक्रम संपन्न करना धर्म सम्मत और लाभकारी होगा।
भूलकर भी ना करें इस समय वैवाहिक कार्य
29 नवंबर दिन के लग्न में खराब मुहूर्तों का भी संयोग है। सुबह 6:55 से लेकर 8:12 तक उद्धेग मुहूर्त और 12:00 बज के 16 मिनट से लेकर 1:37 तक काल मुहूर्त का समावेश रहेगा। उसी प्रकार दोपहर 2:58 से लेकर 4:19 रोग मुहूर्त और एक बार फिर से उद्धेग मुहूर्त का आगमन 4:19 से लेकर शाम 5:41 तक रहेगा। इस दौरान शादी कराना या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करना निषेध है। 
रात का अशुभ मुहूर्त
29 नवंबर की रात 10:00 बज के 37 मिनट से लेकर रात 12:16 तक रोग मुहूर्त, रात 12:16 से लेकर 1:54 तक काल मुहूर्त और सुबह के 3:33 से लेकर अहले सुबह 5:12 तक उद्धेग मुहूर्त रहेगा। इस दौरान वैवाहिक अनुष्ठान नहीं करे तो वर वधू के लिए लाभप्रद रहेगा।
30 नवंबर के लग्न में जाने शुभ और अशुभ मुहूर्त
30 नवंबर दिन सोमवार को कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, रोहिणी नक्षत्र के साथ ही दोपहर 3:00 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगा, इसके बाद एकम तिथि का आगमन हो जाएगा। हेमंत ऋतु में पड़ने वाले इस लग्न के दिन  सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा वृष राशि में रहेगा।
जाने दिन का शुभ मुहूर्त
30 नवंबर को सुबह 6:00 बज के 51 मिनट से लेकर 8:13 तक अमृत मुहूर्त का संयोग रहेगा। उसी प्रकार 9:34 से लेकर 10:55 तक शुभ मुहूर्त, दोपहर 1:37 से लेकर दिन के 2:58 तक लाभ मुहूर्त और 2:58 से लेकर शाम 4:20 तक चर मुहूर्त रहेगा। इस दिन, दिन में दो बार अमृत मुहूर्त आ रहा है। सुबह के बाद शाम 4:20 बजे से लेकर 5:41 के दौरान अमृत मुहूर्त रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दिन के 11:55 से लेकर दोपहर 12:37 तक रहेगा।
जाने रात का शुभ मुहूर्त
रात का शुभ मुहूर्त का शुभारंभ शाम 5:48 से लेकर 7:20 तक चर मुहूर्त के रूप में होगा। इसके बाद रात 10:37 से लेकर 12:16 तक लाभ मुहूर्त, रात 1:55 से अहले सुबह 3:34 तक शुभ मुहूर्त और अहले सुबह 3:34 से लेकर 5:30 तक अमृत मुहूर्त रहेगा। एक बार फिर एक दिसंबर सुबह 5:30 से लेकर 7:10 तक चर मुहूर्त आयेगा।
जाने दिन का अशुभ मुहूर्त
30 नवंबर के दिन सुबह 8:13 से लेकर 9:34 तक काल मुहूर्त, 10:55 से लेकर दोपहर 12:16 तक रोग मुहूर्त और दिन के 12:16 से लेकर 1:37 तक उद्धेग मुहूर्त रहेगा। इस दौरान वैवाहिक कार्यक्रम करना मना है।
जाने रात का अशुभ मुहूर्त
30 नवंबर की रात अशुभ मुहूर्त शाम 7:20 से शुरू होकर रात 8:58 तक रोग मुहूर्त और काल मुहूर्त रात 8:58 से रात 10:37 तक रहेगा। उसी प्रकार उद्धेग मुहूर्त रात 12:16 से लेकर रात 1:55 तक रहेगा। इस दौरान वैवाहिक कार्यक्रम करना निषेध होगा।




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