21 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण: जानें क्या होगा आपकी राशि पर असर और कौन से टोटके बदलेंगे आपकी किस्मत!

21 सितंबर 2025, दिन रविवार को लगने वाले सूर्य ग्रहण पर जानें अपनी राशि पर प्रभाव। सूतक काल, दृश्यता और ज्योतिषीय उपायों से जुड़ी पूरी जानकारी। क्या यह ग्रहण भारत में दिखेगा? और पितर विदाई अमावस्या भी है। अपनी किस्मत बदलने के लिए करें ये अचूक टोटके!

21 सितंबर सूर्य ग्रहण है। सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, सूर्य ग्रहण सूतक काल नहीं लगेगा। सूर्य ग्रहण से राशियों पर प्रभाव क्या पड़ेगा।, सूर्य ग्रहण के टोटके।

29 मार्च 2025 के सूर्य ग्रहण की जानकारी से भरपूर चित्र — जानिए सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव, सूतक काल की सच्चाई, उपाय, क्या करें और क्या न करें जैसे महत्वपूर्ण तथ्यों का सार इस एक चित्र में।

"ग्रहण के दौरान चार मुख वाला दीपक जलाने का रहस्य" – इसमें उसका आध्यात्मिक कारण भी है। जैसे पितृ शांति, नकारात्मक ऊर्जा की शुद्धि और मानसिक शांति महत्वपूर्ण है।

21 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण: आपके जीवन में क्या बदलेगा?

वर्ष 2025 का दूसरा और अत्यंत महत्वपूर्ण सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगने जा रहा है। यदि आप सोच रहे हैं कि यह ग्रहण आपके जीवन पर कैसा असर डालेगा, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं! हमारे पिछले ब्लॉग में हमने 29 मार्च के सूर्य ग्रहण की बात की थी, जो भारत में अदृश्य था। “यह जानकारी ‘ब्रह्मांड पुराण’ अथवा खगोल शास्त्रीय गणनाओं पर आधारित है” 

लेकिन यह नया ग्रहण, जो ज्योतिषीय रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सूर्य ग्रहण के दिन ही पितरों की विदाई का दिन है जिसे हम पितर विदाई अमावस्या के नाम से जानते हैं।आपके लिए क्या लेकर आ रहा है? आइए जानते हैं विस्तार से!

क्या है 21 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण?

21 सितंबर 2025, शनिवार को आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर लगभग 03:00 बजे से लेकर शाम 07:00 बजे तक रहेगा, जिसकी कुल अवधि लगभग 4 घंटे होगी।

क्या यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा?

नहीं, यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह ग्रहण मुख्य रूप से यूरोप, एशिया (पश्चिमी और उत्तरी भाग), अफ्रीका के कुछ हिस्सों और अटलांटिक क्षेत्र में ही दिखाई देगा। भारत में अदृश्य होने के कारण इसका कोई भौतिक प्रभाव जैसे प्रकाश में कमी देखने को नहीं मिलेगा।

कहां-कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण?

 * यूरोप: स्पेन, पुर्तगाल, आयरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्कैंडिनेवियाई देश।

 * उत्तरी अफ्रीका: मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया।

 * अटलांटिक क्षेत्र: ग्रीनलैंड, आइसलैंड, कनाडा के पूर्वी तट।

 * एशिया: रूस (पश्चिमी और उत्तरी भाग), उत्तरी कजाकिस्तान।

इन क्षेत्रों में यह एक आंशिक ग्रहण होगा, जहां सूर्य का 10% से लेकर 70% तक भाग ढका हुआ दिखाई देगा।

यह तस्वीर सूर्य ग्रहण के एक दुर्लभ क्षण को दर्शाती है जब धार्मिक मान्यताओं के विपरीत 'सूतक' काल नहीं लगा। मंदिर के पट खुले हुए हैं और भक्त श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना में लीन हैं।

सूतक काल: भारत में मान्य होगा या नहीं?

सनातनी मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल केवल उन्हीं क्षेत्रों में मान्य होता है जहां सूर्य ग्रहण वास्तव में दिखाई देता है। चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। इसका अर्थ है कि मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे, और विशेष पूजा-पाठ या धार्मिक आयोजनों पर कोई प्रतिबंध लागू नहीं होगा।

हालांकि, जिन देशों में ग्रहण दिखेगा, वहां सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले लगता है। उदाहरण के लिए: यदि ग्रहण यूरोप में दोपहर 03:00 बजे पर शुरू होता है, तो सूतक 21 सितंबर की सुबह 03:00 बजे से शुरू हो जाएगा।

21 सितंबर 2025 के सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव

यह सूर्य ग्रहण पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में सिंह राशि में लगेगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर उनकी कुंडली में सिंह राशि के स्थान (भाव) के अनुसार पड़ेगा। यह ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सूर्य ग्रहण के बाद प्रभावित राशियां:

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, मेष, सिंह, धनु और कुंभ राशियों के लिए यह सूर्य ग्रहण विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इन राशियों के जातकों को अप्रत्याशित लाभ मिलने, करियर में तरक्की, आर्थिक स्थिति में सुधार और नए अवसरों की प्राप्ति की संभावना है।

अन्य राशियों के लिए, यह ग्रहण मिश्रित प्रभाव ला सकता है। कुछ राशियों को सावधानी बरतने और तनाव से बचने की सलाह दी जाती है। आइए विस्तार से जानें आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव:

01. मेष (Aries):

 * प्रभावित होंगे: प्रेम संबंध, रचनात्मकता, संतान और शिक्षा।

 * क्या करें: प्रेम जीवन में नए रंग भर सकते हैं। कलात्मक क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। संतान से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें और जोखिम भरे निवेश से बचें।

02. वृषभ (Taurus):

 * प्रभावित होंगे: परिवार, घर, और भावनात्मक सुरक्षा।

 * क्या करें: पारिवारिक मामलों में कुछ उथल-पुथल हो सकती है, लेकिन अंततः शांति आएगी। संपत्ति से जुड़े मामलों में लाभ हो सकता है। माता-पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। घर के वातावरण को शांत रखने का प्रयास करें।

03. मिथुन (Gemini):

 * प्रभावित होंगे: संचार, छोटी यात्राएं, और भाई-बहन।

 * क्या करें: भाई-बहनों या पड़ोसियों से संबंधों में सुधार होगा। शिक्षा या व्यवसाय से जुड़ी छोटी यात्राएं लाभदायक होंगी। लिखित समझौतों में सावधानी बरतें। अपनी बात स्पष्टता से रखें और गलतफहमियों से बचें।

04. कर्क (Cancer):

 * प्रभावित होंगे: आय, वित्तीय संसाधन, और पारिवारिक मूल्य।

 * क्या करें: धन के मामलों में उतार-चढ़ाव आ सकता है, लेकिन नए आय स्रोत भी खुलेंगे। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा विवाद हो सकते हैं। फिजूलखर्ची से बचें।

05. सिंह (Leo):

 * प्रभावित होंगे: स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, और नए प्रयास।

 * क्या करें: यह ग्रहण आपके लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा। स्वयं पर ध्यान केंद्रित करें और नई योजनाएं शुरू करने का यह सही समय है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विशेषकर हृदय या रीढ़ से संबंधित समस्याओं से बचें। अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाएं।

06. कन्या (Virgo):

 * प्रभावित होंगे: आध्यात्मिकता, गुप्त शत्रु, और छिपे हुए मामले।

 * क्या करें: यह समय आत्म-विश्लेषण और अतीत के बोझ को छोड़ने का है। वित्तीय नुकसान या अप्रत्याशित खर्च हो सकते हैं, सावधानी बरतें। गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। ध्यान, योग या दान करके नकारात्मकता दूर करें।

07. तुला (Libra):

 * प्रभावित होंगे: सामाजिक समूह, आय के स्रोत, और लक्ष्य।

 * क्या करें: मित्रों या सामाजिक समूहों के साथ संबंधों में सुधार होगा। करियर में नए अवसर मिल सकते हैं, विशेषकर टीमवर्क से। अपने नेटवर्क का सही उपयोग करें। अफवाहों से दूर रहें और अपने लक्ष्यों पर केंद्रित रहें।

08. वृश्चिक (Scorpio):

 * प्रभावित होंगे: करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा, और जीवन लक्ष्य।

 * क्या करें: पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। उच्च अधिकारियों से संबंध मजबूत होंगे। नौकरी या व्यवसाय में नई जिम्मेदारियां मिलेंगी। अपने कार्यों में निष्ठा बनाए रखें और अहंकार से बचें।

09. धनु (Sagittarius):

 * प्रभावित होंगे: उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा, और आध्यात्मिक ज्ञान।

 * क्या करें: धार्मिक या दार्शनिक विषयों में रुचि बढ़ेगी। कानूनी मामलों में सफलता मिल सकती है। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। नए ज्ञान को ग्रहण करने के लिए तैयार रहें और जोखिम भरे निर्णय टालें।

10. मकर (Capricorn):

 * प्रभावित होंगे: रहस्यमयी घटनाएं, ऋण, और मानसिक तनाव।

 * क्या करें: जीवनसाथी या व्यापारिक साझेदारी से जुड़े मुद्दों पर ध्यान दें। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, विशेषकर प्रजनन अंगों या हड्डियों से संबंधित समस्याएं। किसी पर भी अंधविश्वास न करें। वित्तीय लेन-देन में अत्यंत सावधानी बरतें।

11. कुंभ (Aquarius):

 * प्रभावित होंगे: विवाह, साझेदारी, और प्रतिस्पर्धा।

 * क्या करें: रिश्तों में नए समझौते या मजबूत संबंध बनेंगे। व्यापारिक सौदों में सफलता मिल सकती है। प्रतिद्वंद्वियों से सतर्क रहें, लेकिन अपने आत्मविश्वास से उन्हें पराजित करें। संवाद में संतुलन बनाए रखें और एकतरफा निर्णय न लें।

12. मीन (Pisces):

 * प्रभावित होंगे: स्वास्थ्य, दैनिक कार्य, और छोटे शत्रु।

 * क्या करें: नौकरी या सेहत से जुड़ी चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन आप उनसे निपटने में सक्षम होंगे। पुरानी बीमारियां फिर से सिर उठा सकती हैं, इसलिए नियमित दिनचर्या अपनाएं। काम के दबाव में संयम रखें और टीम के सदस्यों से सहयोग लें।

ग्रहण के दौरान करें ये अचूक टोटके, जीवन हो जाएगा खुशहाल!

भले ही यह ग्रहण भारत में दिखाई न दे, लेकिन ज्योतिषीय ऊर्जा का प्रभाव तो रहता ही है। अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए आप कुछ सरल और प्रभावी टोटके कर सकते हैं:

 * दीपक जलाएं: ग्रहण के दिन, विशेषकर संध्या 05:43 बजे से लेकर 07:12 बजे के बीच शुभ मुहूर्त में अपने घर के निकास द्वार पर चार मुख वाला दीया (मिट्टी का) अवश्य जलाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर परिवार में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।

 * मंत्र जाप: ग्रहण के दौरान (भले ही भारत में न दिखे) अपने इष्ट देव के मंत्रों का जाप करें। "ॐ आदित्याय नमः" या "गायत्री मंत्र" का जाप विशेष रूप से लाभकारी होता है।

सूर्य ग्रहण के मौके पर: एक सनातनी द्वारा ब्राह्मणों को अन्न, वस्त्र और आभूषण का दान करते हुए।

 * दान करें: ग्रहण के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े या धन का दान करें। यह पुण्य कर्म माना जाता है और नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।

 * तुलसी का पौधा: घर में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी नियमित रूप से पूजा करें। तुलसी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और सकारात्मकता लाती है।

 * गंगाजल का छिड़काव: ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। यह घर को शुद्ध करता है और किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है।

सूर्य ग्रहण का क्या है निष्कर्ष:

21 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण, भले ही भारत में अदृश्य हो, ज्योतिषीय रूप से महत्वपूर्ण है। यह आपके जीवन में कुछ बदलाव ला सकता है, लेकिन सही जानकारी और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आप इन बदलावों का सामना कर सकते हैं। बताए गए टोटके और ज्योतिषीय सलाह का पालन करके आप अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति सुनिश्चित कर सकते हैं। यह जानकारी आपको कैसी लगी? अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

डिस्क्लेमर: 

21 सितंबर 2025 का सूर्य ग्रहण: अदृश्य होकर भी, बड़ा असर! आपका जीवन हो सकता है थोड़ा डांवाडोल, लेकिन सही सोच और कुछ खास उपाय (हमारे ब्लॉग में बताए गए!) आपको सुख, समृद्धि और शांति की ओर ले जाएंगे। जानिए कैसे करें इस ज्योतिषीय बदलाव का सामना! यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है और व्यक्तिगत अनुभवों से भिन्न हो सकती है। इसे केवल मार्गदर्शन के रूप में देखें


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने