वर्ष 2025 विवाह के शुभ मुहूर्त: 16 जनवरी से सनातन पद्धति शुरू होगा शुभ लग्न जानें माह, नक्षत्र, तिथि, भद्रा काल की संपूर्ण जानकारी

सनातन धर्म में विवाहित कार्यक्रम 16 संस्कारों में एक संस्कार माना जाता है। इस वर्ष लग्न की धूम रहेगा। 76 दिनों तक है वैवाहिक लग्न। लेख में जानें माह, नक्षत्र, तिथि, भद्रा काल की स्थिति कि संपूर्ण जानकारी।

वर्ष 2025 का शुभ मुहूर्त:

जनवरी महीने में विवाह के लिए 10 दिन शुभ मुहूर्त होंगे:

जनवरी 16, 2025, बृहस्पतिवार

जनवरी 17, 2025, शुक्रवार 

जनवरी 18, 2025, शनिवार 

जनवरी 19, 2025, रविवार

जनवरी 20, 2025, सोमवार

वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान की काल्पनिक और विहंगम तस्वीर:

जनवरी 21, 2025, मंगलवार 

जनवरी 23, 2025, बृहस्पतिवार 

जनवरी 24, 2025, शुक्रवार

जनवरी 26, 2025, रविवार 

जनवरी 27, 2025, सोमवार 

फरवरी में विवाह के लिए 14 शुभ दिन: 

फरवरी 2, 2025, रविवार 

फरवरी 3, 2025, सोमवार 

फरवरी 6, 2025, बृहस्पतिवार 

फरवरी 7, 2025, शुक्रवार 

फरवरी 12, 2025, बुधवार 

फरवरी 13, 2025, बृहस्पतिवार 

फरवरी 14, 2025, शुक्रवार 

फरवरी 15, 2025, शनिवार

फरवरी 16, 2025, रविवार 

फरवरी 18, 2025, मंगलवार 

फरवरी 19, 2025, बुधवार 

फरवरी 21, 2025, शुक्रवार 

फरवरी 23, 2025, रविवार 

फरवरी 25, 2025, मंगलवार

मार्च महीने में विवाह के लिए 5 शुभ दिन:

मार्च 2, 2025, रविवार

मार्च 6, 2025, बृहस्पतिवार 

मार्च 7, 2025, शुक्रवार 

मार्च 12, 2025, बुधवार

मार्च 13, 2025, बृहस्पतिवार 

अप्रैल में विवाह के लिए 10 दिन शुभ मुहूर्त:

अप्रैल 14, 2025, सोमवार 

अप्रैल 16, 2025, बुधवार

अप्रैल 17, 2025, बृहस्पतिवार 

अप्रैल 18, 2025, शुक्रवार 

अप्रैल 19, 2025, शनिवार 

अप्रैल 20, 2025, रविवार 

अप्रैल 21, 2025, सोमवार 

अप्रैल 25, 2025, शुक्रवार 

अप्रैल 29, 2025, मंगलवार

अप्रैल 30, 2025, बुधवार 

मई में विवाह के लिए 15 शुभ दिन:

मई 1, 2025, बृहस्पतिवार 

मई 5, 2025, सोमवार 

मई 6, 2025, मंगलवार 

मई 8, 2025, बृहस्पतिवार

मई 10, 2025, शनिवार 

मई 14, 2025, बुधवार 

मई 15, 2025, बृहस्पतिवार 

मई 16, 2025, शुक्रवार 

मई 17, 2025, शनिवार 

मई 18, 2025, रविवार 

मई 22, 2025, बृहस्पतिवार 

मई 23, 2025, शुक्रवार 

मई 24, 2025, शनिवार 

मई 27, 2025, मंगलवार 

मई 28, 2025, बुधवार 

जून में विवाह के लिए 5 शुभ दिन उपलब्ध हैं:

जून 2, 2025, सोमवार

जून 4, 2025, बुधवार 

जून 5, 2025, बृहस्पतिवार 

जून 7, 2025, शनिवार 

जून 8, 2025, रविवार 

जुलाई,अगस्त, सितंबर और अक्तूबर में विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है:

नवंबर में विवाह के लिए 14 शुभ दिन हैं:

नवम्बर 2, 2025, रविवार 

नवम्बर 3, 2025, सोमवार 

नवम्बर 6, 2025, बृहस्पतिवार 

नवम्बर 8, 2025, शनिवार 

नवम्बर 12, 2025, बुधवार

नवम्बर 13, 2025, बृहस्पतिवार 

नवम्बर 16, 2025, रविवार 

नवम्बर 17, 2025, सोमवार 

नवम्बर 18, 2025, मंगलवार 

नवम्बर 21, 2025, शुक्रवार

नवम्बर 22, 2025, शनिवार 

नवम्बर 23, 2025, रविवार 

नवम्बर 25, 2025, मंगलवार 

नवम्बर 30, 2025, रविवार

दिसम्बर में विवाह के लिए 3 शुभ दिन मिलेंगे:

दिसम्बर 4, 2025, बृहस्पतिवार 

दिसम्बर 5, 2025, शुक्रवार 

दिसम्बर 6, 2025, शनिवार 

2025 में विवाह के कुछ प्रमुख शुभ लग्न के संबंध में जानें विस्तार से :

जनवरी 2025:

1. 14 जनवरी: पौष मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि, मकर राशि, उत्तराषाढा नक्षत्र:

2. 22 जनवरी: पौष मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा, मकर राशि, श्रवण नक्षत्र:

3. 30 जनवरी: माघ मास, कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि, कुंभ राशि, शतभिषा नक्षत्र:

फरवरी 2025:

1. 5 फरवरी: माघ मास, कृष्ण पक्ष, सप्तमी तिथि, कुंभ राशि, पूर्वभाद्रपद नक्षत्र:

2. 12 फरवरी: माघ मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, मीन राशि, उत्तराभाद्रपदा नक्षत्र:

3. 20 फरवरी: माघ मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि, मीन राशि, रेवती नक्षत्र:

मार्च 2025:

1. 1 मार्च: फाल्गुन मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि, मेष राशि, अश्विनी नक्षत्र:

2. 6 मार्च: फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, मेष राशि, भरणी नक्षत्र:

3. 14 मार्च: फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि, मेष राशि, कृत्तिका नक्षत्र:

अप्रैल 2025:

1. 3 अप्रैल: चैत्र मास, कृष्ण पक्ष, नवमी तिथि, मेष राशि, रोहिणी नक्षत्र:

2. 10 अप्रैल: चैत्र मास, शुक्ल पक्ष, पंचमी तिथि, वृषभ राशि, मृगशिरा नक्षत्र:

3. 17 अप्रैल: चैत्र मास, शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि, वृषभ राशि, आर्द्रा नक्षत्र:

मई 2025:

1. 1 मई: वैशाख मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि, वृषभ राशि, पुष्य नक्षत्र:

2. 8 मई: वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, मिथुन राशि, अश्लेषा नक्षत्र:

3. 15 मई: वैशाख मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, मिथुन राशि, पुनर्वसु नक्षत्र:

जून 2025:

1. 5 जून: ज्येष्ठ मास, कृष्ण पक्ष, सप्तमी तिथि, मिथुन राशि, पुष्य नक्षत्र:

2. 12 जून: ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, कर्क राशि, पुनर्वसु नक्षत्र:

3. 19 जून: ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, कर्क राशि, पुष्य नक्षत्र:

विवाह के अटूट बंधन में बंधे एक जोड़े की तस्वीर

नवंबर 2025:

1. 5 नवंबर: कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष, सप्तमी तिथि, धनु राशि, मूल नक्षत्र (भद्रा नहीं):

2. 12 नवंबर: कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, धनु राशि, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र (भद्रा नहीं):

3. 19 नवंबर: कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, धनु राशि, उत्तराषाढा नक्षत्र (भद्रा नहीं):

4. 26 नवंबर: कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा, मकर राशि, श्रवण नक्षत्र (भद्रा नहीं):

दिसंबर 2025:

1. 3 दिसंबर: मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि, मकर राशि, शतभिषा नक्षत्र (भद्रा नहीं):

2. 10 दिसंबर: मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष, नवमी तिथि, कुंभ राशि, पूर्वभाद्रपद नक्षत्र (भद्रा नहीं):

3. 17 दिसंबर: मार्गशीर्ष मास, शुक्ल पक्ष, द्वितीया तिथि, कुंभ राशि, उत्तराभाद्रपदा नक्षत्र (भद्रा नहीं):

4. 24 दिसंबर: मार्गशीर्ष मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, मीन राशि, रेवती नक्षत्र (भद्रा नहीं):

भद्रा की स्थिति:

13 जनवरी से 14 जनवरी तक:

- 25 जनवरी से 26 जनवरी तक:

- 7 फरवरी से 8 फरवरी तक:

- 21 फरवरी से 22 फरवरी तक:

- 6 मार्च से 7 मार्च तक:

- 20 मार्च से 21 मार्च तक:

- 4 अप्रैल से 5 अप्रैल तक:

- 18 अप्रैल से 19 अप्रैल तक:

- 3 मई से 4 मई तक:

- 17 मई से 18 मई तक:

- 1 जून से 2 जून तक:

- 15 जून से 16 जून तक:

- 7 नवंबर से 8 नवंबर तक:

- 21 नवंबर से 22 नवंबर तक:

- 6 दिसंबर से 7 दिसंबर तक:

- 20 दिसंबर से 21 दिसंबर तक:

यह ध्यान रखें कि शादी के शुभ मुहूर्त व्यक्तिगत रूप से भी निर्धारित किए जा सकते हैं, जो कि दोनों पक्षों की जन्म कुंडली और अन्य कारकों पर आधारित होते हैं। इसलिए, शादी के शुभ मुहूर्त के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी या पंडित से परामर्श करना उचित होगा। यह लेख सिर्फ आपको तिथि की जानकारी के लिए लिखा गया है।

डिस्क्लेमर में 

वैवाहिक शुभ लग्न के संबंध में दी गई समस्त जानकारी पंचांग पर आधारित है। विद्वान बह्मणों से वैवाहिक तिथि को विचार-विमर्श कर लिखा गया है। साथ ही इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी हो का भी अवलोकन किया गया है। लेख में दी गई जानकारी सिर्फ सूचना प्रद है। इसे इस्तेमाल करने के पर्व निकटवर्ती आचार्यों या ब्राह्मणों संतुष्ट होकर ही विवाह के दिन रखें

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