पितृपक्ष के दौरान नवमी तिथि को ही मृत पत्नी की श्राद्ध कर्म क्यों करनी चाहिए। साथ ही जानें संध्या और रात्रि समय में क्यों नहीं किए जाते हैं श्राद्ध कर्म।
नवमी तिथि को करें मृत पत्नी की श्राद्ध कर्म
श्राद्ध कर्म के महत्वपूर्ण कारक कौन-कौन हैं। तिथि के अनुसार श्राद्ध क्यों करना चाहिए। पितरों के लिए प्रतिवर्ष आयोजित वार्षिक श…